अपने पूरे करियर में शिखर धवन एक अबूझ पहेली रहे हैं। छह हजार से ज्यादा रन। 17 शतक, 45.55 की एवरेज और 93. 79 का शानदार स्ट्राइक रेट। यह रिकॉर्ड किसी असाधारण खिलाड़ी के ही हो सकते हैं। मगर चोट खाते शरीर ने कभी उनके करियर को वह स्थिरता नहीं दी, जो इस अनुभवी ओपनर को मिलनी चाहिए थी। अब 36 साल की उम्र में शिखर धवन साउथ अफ्रीका के खिलाफ सीरीज के दौरान अपना वनडे करियर बचाने उतरेंगे।
सिर्फ वनडे ही खेलते हैं धवन
टेस्ट और टी-20 टीम से पहले ही दरकिनार किए जा चुके 'गब्बर' के पास सिर्फ यही एक फॉर्मेट बचा है। अगर यहां भी सिलेक्टर्स को प्रभावित नहीं कर पाए तो फिर शायद ही वह कभी ब्लू जर्सी में नजर आए। आखिरी बार पिछले साल श्रीलंका के खिलाफ जुलाई में वह एक्शन में नजर आए थे। जब मुख्य टीम इंग्लैंड दौरे पर थी तो युवा स्क्वॉड का उन्हें कप्तान बनाया गया था। उन्हें उस समय T20I से बाहर कर दिया गया था बाद में दिल्ली कैपिटल्स की ओर से खेलते हुए IPL में दोबारा खुद को साबित किया।
रोहित की गैरमौजूदगी में खुली किस्मत
वैसे यह कोई पहला मौका नहीं है जब शिखर अपने करियर के उस मोड़ पर खड़े हो, जब लड़ाई अस्तित्व की हो। हालांकि हर बार वह जीत ही जाते थे, इसबार भी उनसे कुछ ऐसी ही उम्मीद है। वाइट बॉल फॉर्मेट में भारत के सबसे खतरनाक बल्लेबाज रोहित शर्मा की गैरमौजूदगी में उनकी किस्मत चमकी है। वरना प्लेइंग इलेवन में जगह ही मुश्किल होती।
तब 38 साल के हो जाएंगे शिखर
अगला वनडे वर्ल्ड कप नवंबर 2023 में होगा, तबतक शिखर धवन 38 साल के हो जाएंगे। प्रचंड फॉर्म में चल रहे महाराष्ट्र के सलामी बल्लेबाज ऋतुराज गायकवाड़ उनकी जगह लेने के लिए बेकरार है। दाएं हाथ के इस बल्लेबाज ने पिछले साल आईपीएल में चेन्नई सुपरकिंग्स के लिए एक के बाद एक कई धमाकेदार पारियां खेली थी। युवा जोश से पुराने खांटी रहे गब्बर किस तरह पार पाते हैं, यह देखना दिलचस्प होगा।